आज कल का लाइफ स्टाइल जिस तरीके से हो गया है भागना दौड़ना खाना पीना लोगों के पास टाइम नहीं है |
इन सबको देखते हुए अंदर कहीं ना कहीं एक बात तो पक्की है कि जो भी चल रहा है वो ठीक नहीं चल रहा है | लेकिन हमें अपने आपको रिदम में रखना होगा हेल्थी रखना होगा |
इसीलिए हर कोई हेल्थ कॉन्शस हो गया है और हेल्थी लाइफ स्टाइल के लिए जो अवेर्नेस इन्क्रीज़ हुई है उसने ऑर्गैनिक प्रोडक्ट्स की डिमांड को काफी ज्यादा इन्क्रीज़ कर दिया है|
जिससे इसकी डोमेस्टिक डिमांड और एक्स्पोर्टर्स दोनों में ही रैपिड ग्रोथ नजर आने लगी है|
Benefits of organic farming?
organic farming कितनी फायदेमंद होती है शायद आप तो ये जानते ही हैं |
फिर भी आपको बता देते है की ये organic farming हमारी हेल्थ के लिए और हमारे वातावरण के लिए बहुत ही बेनेफिशियल होती है |
इस तरह की फार्मिंग ऐग्रिकल्चरल साइकल को इंप्रूव करती है पेस्टीसाइड्स और अदर फॉरेन फर्टिलाइजर्स की इंपोर्ट को भी इसने काफी रिड्यूस कर दिया है|
और एम्प्लॉयमेंट को भी इन्क्रीज़ किया है और इस बात की भी श्योरिटी हो गई है कि ऑर्गैनिक प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री का फ्यूचर बहुत ही ब्राइट है |
ऐसे में सबसे पहले तो आप खुश हो सकते हैं कि हम अपनी हेल्थ को लेकर के सही ट्रैक पर आ रहे हैं धीरे धीरे ही सही और फिर आप इस organic farming बिज़नेस के जरिए अपने प्रॉफिट्स के बारे में भी सोच सकते हैं |
और अगर आप organic farming में इंट्रेस्ट रखते हैं और लोगों को बेस्ट हेल्थ प्रोडक्ट्स ऑफर करते हुए ग्रुप भी करना चाहते हैं तो आप organic farming बिज़नेस आइडिया के बारे में सोच सकते हैं |
What is mean by organic farming?
organic farming का एक ऐसा टाइप है जिसमे ऑर्गैनिक यानी जैविक खाद और नैचरल पेस्टीसाइड्स का यूज़ किया जाता है ना कि केमिकल्स का |
और इस फार्मिंग में फसल की उपज बढ़ाने के लिए किसी भी तरह का जेनेटिक मॉडिफिकेशन भी नहीं किया जाता है |
ये ऐसा ऐग्रिकल्चरल प्रोसेसर है जिसमें केमिकल पेस्टिसाइड्स और सिंथेटिक फ़र्टिलाइज़र्स की जगह ऐनिमल ऐंड प्लांट वेस्ट से बने बायोलॉजिकल फर्टिलाइजर्स और पेस्ट कंट्रोल यूज़ किए जाते हैं |
ये फार्मिंग का एक न्यू सिस्टम है जो इकोलॉजिकल बैलेंस को रिपेर मेनटेन और इम्प्रूव करता है|
ओर्गेनिक फार्मिंग इन्वाइरनमेंट फ्रेंडली और न्यूट्रिशनल तो होती ही है साथ ही इसमें इन्वेस्टमेंट पर अच्छे रिटर्न्स भी मिलते हैं यानी ये हर तरह से हमारे लिए फायदे का बिज़नेस आइडिया है |
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Step by step guide to start organic farming
और अब ओर्गेनिक फार्मिंग क्या होती है ये जानने के बाद मैं जानते हैं कि ओर्गेनिक फार्मिंग बिज़नेस शुरु करने के इम्पोर्टेन्ट स्टेप्स कौन कौन से हैं |
1. सबसे पहले ऑर्गैनिक फारमिंग के बेसिक्स को लर्न करें-
इस बिज़नेस को शुरू करने से पहले आपको ऑर्गैनिक फारमिंग के बेसिक्स को जानना चाहिए |
इसके लिए आप विडीओ ज़ ट्यूटोरियल्स और ऑनलाइन फोरम की हेल्प ले सकते हैं|
ऐसा करने से आप फार्म इन केस नैचरल तरीके के बारे में ज्यादा से ज्यादा जान सकेंगे और ऐसे फार्मर्स और बिज़नेस मैन से आसानी से इंटरैक्टिव कर पाएंगे जो कि इस एरिया में ऐक्टिव है|
इसलिए बिज़नेस के बारे में सोचने से पहले बेसिक जरूर क्लिअर करें जैसे कि ऑर्गैनिक फारमिंग के कई सारे मैथड्स होते हैं बाइओ डाइनैमिक्स हुमा फार्म इन गुड ऐंड पेस्ट मैनेजमेन्ट पॉली क्रॉपिंग ऐंड ड्रॉप डाइवर्सिटी माइक्रोब कल्चर इन गर्मी कम्पोस्टिंग सौल कन्जर्वेशन विद वाटर हार्वेस्टिग
आपको इनके नॉलेज होनी चाहिए और प्रोडक्शन के लिए बेस्ट मेथड कौन सा रहेगा ये भी पता होना चाहिए|
2. Business plan-
organic farming के बेसिक समझ लेने के बाद आपको इस बिज़नेस के बारे में काफी कुछ पता चल जाएगा और इसके बाद अपना बिज़नेस प्लैन तैयार करना आपके लिए आसान हो जाएगा|
और ये तो आप जानते ही हैं की बिज़नेस करना है तो सबसे पहले क्लिअर बिज़नेस प्लैन होना कितना जरूरी है|
इसलिए इस बिज़नेस की जरूरतों को ध्यान में रखकर प्लैन तैयार करें जिसमें ये सारे पॉइंट्स जरूर से इन्क्लूड होंगे|
आपके गोल्स आपके बिज़नेस का विज़न ऑर्गैनिक प्रोडक्ट्स की वराइटी जिसे ग्रो करने का आपका प्लैन है |
इस सेक्टर में अवेलेबल कॉम्पिटिशन को हैंडल करने की स्ट्रैटिजी रिक्वायर्ड इन्वेस्टमेंट्स डिटेल बिज़नेस प्रपोज़ल etc..
3. सही point चूज करें-
किसी भी बिज़नेस की सक्सेस में उसकी साइट का बहुत बड़ा हाथ होता है और एक ओर्गेनिक फार्म की लोकेशन अक्सर ये डिसाइड करती है कि यह वेंचर कितना सक्सेसफुल होगा इसलिए ऑर्गैनिक फार्म साइट के बारे में ये बातें जरूर से पता कर लें कि वहाँ क्लीन वाटर सोर्स तो है ना जो साइट के नजदीक भी ह।
फार्म की मार्केट से दूरी भी कम हो ताकि ईज़ी ट्रांसपोर्ट हो सके आप क्या ग्रो करने वाले हैं ये डिसाइड करते समय आपको साइड की soil कंडिशन के बारे में पूरी जानकारी लेनी होग।
soil का PH लेवल क्या है? soil क्वालिटी कैसी है और इनके अलावा आपको अदर रिसोर्सेस के बारे में भी पूरी जानकारी लेनी होगी जिसे वेदर सीज़नल है यह एक्स्ट्रीम है ऑर्गैनिक प्रोडक्शन के लिए सूटेबल है या नहीं ऐसी सारी जरूरी कंडिशन्स के बारे में जानना होगा। इस बिज़नेस के लिए एरिया आपके बिज़नेस के तो डिपेंड करेगा जो पांच एकड़ लैंड भी हो सकता है और दस एकड़ भ।
4. अपने बिज़नेस के लिए लाइसेंस लीजिए-
आपको इन लाइसेंस की जरूरत पड़ेगी जीएसटी रजिस्ट्रेशन माइक्रो स्मॉल ऐंड मीडियम एंटरप्राइजेज डेवलपमेंट यानी एमएसएमई रजिस्ट्रेशन ऊंट सेफ्टी ऐंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी एफएसएसएआई रजिस्ट्रेशन पीओपी यानी नेशनल प्रोग्राम फॉर ऑर्गैनिक प्रोडक्शन का ओर्गेनिक फार्मिंग सर्टिफिकेट ओर्गेनिक फार्मिंग बिज़नेस शुरु करने के लिए आपको गवर्नमेंट ऐड भी मिल सकती है क्योंकि नाबार्ड यानी नेशनल बैंक ऑफ ऐग्रिकल्चरल एंड रुरल डेवलपमेंट इस तरह की फार्मिंग के लिए कैपिटल इन्वेस्टमेंट सब्सिडी इस ऑफर करता है जो पेस्टिसाइड यूनिट्स ऐंड लॉजिकल फ़र्टिलाइज़र्स परचेस करने के लिए २५ persent होती है वेजिटेबल्स फ्रूट्स की ऑर्गैनिक फारमिंग के लिए ३३ परसेंट सब्सिडी ऑफर होती है और आप चाहे तो क्रेडिट लिंक सब्सिडी का बेनिफिट भी ले सकते ह।
5. इन्वेस्टमेंट का एस्टीमेट लगाइए –
इन्वेस्टमेंट का एस्टीमेट लगाइए अब अगर आप ये जानना चाहते हैं कि इनिशियल लेवल पर ओर्गेनिक फार्मिंग बिज़नेस सेटअप करने के लिए कितने अमाउंट की जरूरत होती है तो ये इनिशियल फाइनेन्स पांच से दस लाख के बीच होगा जिसमें आपके बिज़नेस प्लै और प्रोडक्शन लेवल के अकॉर्डिंग वेरिएशन मिलेगा
6. इन्वेस्टमेंट का एस्टीमेट लगाइए –
बिज़नेस सेटअप करने के बाद आपको टारगेट क्लाइंट्स पर फोकस करना होगा और इस बिज़नेस के लिए जिन सारे क्लाइंट्स पर आपको फोकस करना चाहिए वह है होटेल्स और कमर्शल एंट्री ज़ फारमर्स के मार्केट्स कॉफी कैफे स् रीटेल ग्रोसरीज़ आउटलेट्स etc टारगेट क्लाइंट्स पर फोकस करने के साथ आप ब्रैंड बिल्डिंग के लि ई कॉमर्स का यूज़ कर सकते है और डिजिटल मार्केटिंग के जरिये लौल क्लाइंट्स बना सकते है।
जो कि आपके बिज़नेस की ग्रोथ में बहुत बड़ा कॉन्ट्रिब्यूशन देंग।
7. रॉ मटिरियल इक्विपमेंट परचेस करे –
ओर्गेनिक फार्मिंग के लिए आपको ऐसे रॉ मटीरीअल की भी जरूरत होगी ग्राउंडवॉटर एक्स्ट्रैक्ट नीम सीट्स नी मौल मिल्क हनी मैनुअल
यूरिन और कुछ ऐसी एक विपिन से भी चाहिए होंगे जैसे कि ट्रैक्टर्स कल्टीवेटर जिनमें रोटेटिंग नाइट्स इन्क्लूड हो ऑटोमेटेड और कंबाइंड कल्टीवेटर etc।