व्यापारिक सुझाव: हाल के दिनों में नए-नए प्रकार के खिलौनों का चलन देखा जा रहा है जिनके बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं था। ये नवाचारी विचारों ने कंपनियों को ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए काम में लगाया है। यदि आप भी खिलौनों के विनिर्माण में रुचि रखते हैं, तो इस पर विचार कर सकते हैं। इसके लिए कम पूंजी में भी शुरुआत की जा सकती है।
यह उचित समय है इसमें निवेश करने का, क्योंकि आने वाले समय में खिलौनों की मांग तेज होने वाली है। जिससे आपके व्यवसाय को विशेष लाभ हो सकता है। आँकड़े बताते हैं कि साल 2024 में देश में यह व्यापार 2-3 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। इसलिए, यदि आप शुरुआत करते हैं, तो यह आपके लिए एक शानदार वाणिज्यिक विवसायिक बन सकता है।
सबसे पहले विपणन अनुसंधान करें
खिलौना विनिर्माण व्यापार शुरू करने की योजना बनाने से पहले, विपणन अनुसंधान अत्यंत महत्वपूर्ण है। पर्याप्त और उचित अनुसंधान से आपको अपने व्यवसाय (खिलौनों के निर्माण में मदद मिलेगी। यह आपको आपके प्रतिस्पर्धियों और लक्षित ग्राहकों के बारे में कई जानकारियाँ प्राप्त करने में मदद करेगा।
नवाचारी उत्पादों को लाएं
व्यापार में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है, इसलिए आपको नवाचारी उत्पादों को लाने का विचार करना चाहिए। इससे आपके खिलौनों की मांग बनी रहेगी। खिलौनों को अलग और विशेष डिजाइन और विशेषताओं पर काम करना चाहिए, ताकि ग्राहक उनके वाजह से आपके उत्पादों को खरीदने आएं। यह आपको अन्य प्रतिस्पर्धियों से अलग बना सकता है।
रॉ मटेरियल्स
खिलौना विनिर्माण की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है। आपको आवश्यक बुनाई, कपड़ा काटने, मोल्ड निर्मिति, फाइबर के लिए भराई, सिलाई मशीन और आंत और नथन की जरूरत होती है।
ये मशीनें और औजारों की जरूरत होगी
खिलौना निर्माण इकाई के लिए डिजिटल मल्टीमीटर, ताप नियंत्रित, ड्रिलिंग मशीन, एलसीआर मीटर, एनालॉग मीटर, उपकरण सेट, इलेक्ट्रॉनिक स्क्रूड्राइवर, समाहित और विद्वेषित डिसोल्डरिंग स्टेशन, उच्च गति वाले छोटे ड्रिल सेट, डिजिटल भंडारण ऑस्सिलोस्कोप औजार, उपकरण और धारित की आवश्यकता होगी
यदि आप भारत में खिलौनों की दुकान शुरू करना चाहते हैं, तो शुरुआती रूप से लगभग 2 से 5 लाख रुपये की पूंजी की आवश्यकता होगी।