small business from home with these ideas
जैसा कि हम जानते हैं कि देश बदल रहा है और बहुत तेजी से बदल रहा है। लोग उत्सव मना रहे हैं।
पारिवारिक पार्टियों से लेकर लाखों लोगों की गैदरिंग वाले इवेंट्स हो रहे हैं।
बर्थडे पार्टी हो या किसी कारपोरेट कंपनी द्वारा अपने शेयर होल्डर्स की वार्षिक सभा, प्रत्येक कार्यक्रम में सबसे महत्वपूर्ण होता है
स्वादिष्ट भोजन और दूसरी महत्वपूर्ण चीज है फोटोग्राफी। वर्तमान में फोटोग्राफी काफी बदल गई है।
अब ड्रोन कैमरे की डिमांड होने लगी है।
यह डिमांड केवल शादी और प्राइवेट कंपनियों की पार्टियों में ही नहीं होती बल्कि पॉलीटिकल इवेंट्स में भी होती है।
भीड़भाड़ वाले दूसरों अवसरों पर पुलिस एवं प्रशासन को भी ड्रोन कैमरे की जरूरत होती है।
भारत सरकार के नए नियमों के अनुसार कोई भी ग्रेजुएट ड्रोन पायलट का लाइसेंस प्राप्त कर सकता है।
इसके लिए इंजीनियरिंग की डिग्री या कोई स्पेशल कोर्स अनिवार्य नहीं है। अधिकतम बैटरी बैकअप के साथ बढ़िया क्वालिटी का ड्रोन कैमरा ₹100000 में आसानी से मिल सकता है और आज की स्थिति में मात्र 1 घंटे ड्रोन कैमरा से फोटो
अथवा वीडियोग्राफी के लिए ₹5000 चार्ज किए जाते हैं।
यदि आपको महीने में मात्र 30 घंटे के लिए काम मिला तो ₹150000 की कमाई आसानी से हो जाएगी।
सबसे अच्छी बात यह है कि इस बिजनेस में ऐसा कोई कच्चा माल नहीं है
जो खराब हो जाए। इस मशीन से ऐसे किसी प्रोडक्ट का उत्पादन नहीं होता जिसे गोदाम में रखना पड़े।
इस मशीन से ऐसे किसी प्रोडक्ट का उत्पादन नहीं होता जो एक निर्धारित समय सीमा के बाद एक्सपायर हो जाए।
इस मशीन को इंस्टॉल करने के लिए एक टेबल की जरूरत भी नहीं है। इस मशीन का मेंटेनेंस भी बहुत कम है।
केवल एक खतरा है, एक्सीडेंट से बचाना होता है।
भारत के केंदीय मंत्रालय के अनुसार देश में ड्रोन का टर्नओवर क़रीब ₹ 80 करोड़ है जो आने वाले
3- 4 सालों यानि 2026 तक ₹ 12,000 करोड़ से ₹ 15,000 करोड़ का हो जायेगा.
अगर ग्लोबली मार्केट को देखें तो ड्रोन का मार्केट 2021 में6.51 बिलियन डॉलर था
, जो की 2028 तक47.38 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है.
Small Business कैसे करें शुरुआत…
इस क्षेत्र में आने के लिए आप औपचारिक ट्रेनिंग ले सकते हैं. इसके लिए कई संस्थाएं कोर्स ऑफर करती हैं
जिन्हें ज्वॉइन करने की पात्रता संस्थान के हिसाब से अलग- अलग हो सकती है पर अधिकतर कोर्स के लिए
दसवीं या बारहवीं पास कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं. कुछ कैंडिडेट्स बिना ट्रेनिंग के भी
इस क्षेत्र में प्रवेश करते हैं और अपने अनुभव से सीखते हैं. पर ये रीक्रिएशनल पर्पज से ड्रोन उड़ाते हैं न कि कमर्शियल पर्पज से.
इसके साथ ही इवेंट और शादी- ब्याह में ड्रोन उड़ाने के लिए भी प्रोफेशनल ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ती.
Small Business लाइसेंस के लिए क्या करना होता है
भारत में ड्रोन पायलट बनने के लिए डीजीसीए द्वारा अप्रूव्ड इंस्टीट्यूट से ट्रेनिंग लेनी होती है.
इसके लिए 12वीं पास कैंडिडेट्स आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए कैंडिडेट्स को मेडिकल एग्जाम पास करना होता है
और उनका बैकग्राउंड गवर्नमेंट एजेंसी से चेक होता है.
ट्रेनिंग पीरियड दो से तीन महीने का हो सकता है और इनकी फीस 30,000 रुपये महीने से एक लाख रुपये तक हो सकती है.
इसके बाद डीजीसीए में लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं जिसके लिए लिखित परीक्षा होती है.
इससे अब आपको भी काफी फायदा होगा क्योंकि यह बिजनेस अब तेजी से बढ़ रहा है
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