Anil Ambani: सब बड़ा कारोबार Anil Ambani के दिया गया था। रिलायंस ग्रुप का जब बटवारा हुआ था। तब सब बड़े कारोबार Anil Ambani के पास आ चुके थे। वही दूसरे साइड में मुकेश अम्बानी के हाथ में छोटे कारोबार थे जैसे पेट्रोलियम, टेक्सटाइल रिफाइनरी, तेल गैस इत्यादि।
तो Anil Ambani बहुत आमिर आदमी थे। किन्तु अभी के समय वह कर्ज में दुब चुके हे। उन्होंने अपने बिज़नेस को सही तरह से प्लानिंग न करकर खुद ही अपनी सर पर कुरहड़ मार चुके हे। भारी बिज़नेस में डूबने के वजह से उन्होंने रिलायंस कैपिटल बेचना का फैसला लिया हे।
जिस कंपनी ने Anil Ambani को आमिर बनाया था आज उनकी गलती से वो कंपनी को बेचने की तैयारी चल रही हे।
Anil Ambani
४ जून १९५९ में Anil Ambani का मुंबई में जन्म हुआ था। धीरूभाई अम्बानी उनके पिता का नाम हे। और माँ का नाम कोकिला अम्बानी हे। रिलायंस इंडस्ट्री की स्थापना धीरूभाई अम्बानी नी की थी। धीरूभाई अम्बानी के मृत्यु के बाद रिलायंस इंडस्ट्री को दो भाई के बिच में बाटा गया था।
तो इंडस्ट्री का बटवारा होने के बाद सब बड़े व्यापार Anil Ambani के हात में चले गए और उनके बड़े भाई मुकेश अम्बानी के हात में छोटे कारोबार चले गयी उनकी कोई बड़ी वैल्यू नहीं थी उस टाइम में। Anil Ambani २००८ साल में बड़ी लगत से काम कर अपनी कंपनी की ४२ अरब डॉलर वैल्यू बनाकर दुनिया के छठे सबसे बड़े आदमी बन गए।
किन्तु अभी सिचुएशन पूरी बदल गयी हे। Anil Ambani के कई गलती के वजह से बिज़नेस बहुत ही गिर चूका हे। सब लोगोने उन्हें धीरभाई अम्बानी के बिज़नेस को आगे बढ़ने के लिए उत्तराधिकारी के रूप में देखा लेकिन अनिल के शिखर तक पहुंचने के बाद डेढ़ दशक में पूरी स्थिति पूरी उलट गई है। अब उनके बड़े भाई मुकेश अम्बानी एशिया के सबसे बड़े आमिर आदमी हे।
तो चलिए हम उनके गलती के बारे में जानते हे जिससी वजह से उनकी कारोबार तंगी आ चुकी हे। आप भी बिज़नेस करते वक्त इस गलतियोंको ध्यान में रहते हुए अपने कारोबार को आगे बढिये। चलिए जानते हे |
प्लानिंग की कमी
प्लानिंग की कमी के कारण आज अनिल अम्बानी के बिज़नेस में रुकावट आ चुकी हे। कारोबार बड़ा करने के लिए बहुत ही जल्दबाजी हे ऐसी जल्दबाजी के कारण उनको भारी नुकसान का शिकार होना पड़ा। उन्होंने बिना प्लानिंग और बिना तैयारी के वो नए प्रोजेक्ट्स में पैसा लगते गए उसी कारण उनको भारी नुकसान का शिकार होना पड़ा।
अनुमान से ज्यादा लागत
Anil Ambani को कारोबार बढ़ाने की बहुत जल्दबाजी थी इसलिए उन्होंने अलग अलग बिज़नेस में अपना पैसा लगाना चालू किया तो ऐसी वजह से लागत काफी ज्यादा आनी लगी तो लागत बहुत ज्यादा होने के कारण उनको भारी नुकसान झेलना पड़ा।
कर्ज का चक्कर
उन्होंने बहुत सरे प्रोजेक्ट्स में लागत लगायी और बहुत सरे प्रोजेक्ट एक साथ शुरू करने की वजह से उनको उसके लिए कर्ज भी लेना पड़ा। तो वह बहुत बड़े कर्ज के शिकार हो गए। तो उन्होंने बहुत सरे कर्ज लिए और वो चूका भी नहीं पाए। एक बार २००८ में उनको मंडी में बहुत बड़ा जहतका लगा। तो प्रोजेक्ट्स एक साथ लेने के कारण और उस प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने कर्ज लिया ऐसी वजह से उनको बहुत बड़ा नुकसान हो गया।
एक जगह पर फोकस नहीं
उन्होंने बहुत सरे बिज़नेस एक साथ चालू किये इसलिए उनका एक प्रोजेक्ट फोकस नहीं रहा। और बहुत प्रोजेक्ट के लिए कर्ज भी लिए थे। तो बहुत सारा प्रोजेक्ट्स लेनी की वजह से उनका एक प्रोजेक्ट अच्छे से कम्पलीट करने का फोकस नहीं रहा। तो इसकी वजह से वो एक चीज फोकस नहीं कर पाए।